नमस्कार दोस्तों! अगर आपने कभी प्यार में धोखा खाया है या किसी ने आपके जज़्बातों के साथ खेला है, तो यह Dhoka Shayari in Hindi आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट है। यहाँ हम लेकर आए हैं, प्यार में धोखा शायरी, जो आपके दर्द और भावनाओं को खूबसूरती से बयां करती हैं।
इस कलेक्शन में आपको मिलेंगी अलग-अलग तरह की धोखा शायरी, जैसे की प्यार में धोखा शायरी, विश्वास पर धोखा शायरी, और पीठ पीछे धोखा शायरी। चाहे आप सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां करना चाहें या किसी को अपने जज़्बात महसूस कराना हो, यहां की हर शायरी आपके दिल की आवाज़ बनेगी।
Dhoka Shayari in Hindi
धोखा देकर वो मुस्कुराते रहे,
हम दर्द में भी उन्हें याद करते रहे।
जिसे अपना समझा उसने ही धोखा दे दिया,
इस दिल ने तो सिर्फ उसे ही खुदा बना लिया।
दिल को तोड़ने की आदत सी हो गई है उन्हें,
और हमें हर बार माफ़ करने की।
वो कहते थे हमसे सच्चा प्यार करते हैं,
पर वक्त ने दिखाया वो झूठा इश्क़ करते हैं,
और हम आज भी उसी धोखे में मरते हैं।
सच से ज्यादा भरोसा किया था झूठ पर,
और वहीं सबसे बड़ा धोखा कर गया।
इतना भी क्या गुनाह था मोहब्बत का,
जो उसने बदले में सिर्फ जख्म दिए,
और धोखे को भी प्यार का नाम दे दिया।
जब मतलब निकला तो पहचानने से भी इनकार किया,
ऐसा भी धोखा अपनों ने कभी नहीं दिया।
हर पल उसके लिए जीते रहे,
और वो किसी और के लिए बदलते रहे,
यही तो सबसे बड़ा धोखा था।
प्यार में धोखा शायरी
प्यार किया था तन्हाई मिटाने को,
उसने तो और भी अकेला कर दिया।
प्यार किया तो लगा सब कुछ मिल गया,
पर जब उसने छोड़ा तो लगा सब कुछ छिन गया।
मोहब्बत करके खुद को ही खो दिया,
और उसने हमें धोखे का तोहफा दे दिया।
कभी उसकी हर बात पर यकीन था,
आज उसकी हर बात में फरेब है,
प्यार में धोखा बस एक दर्द का सिला है।
झूठ की दुनिया में सच बस धोखा खा गया,
विश्वास वहां गया जहां लौट के ना आया।
दिल लगाया था जिसे अपनी जान समझकर,
उसी ने तोड़ दिया हमें आसान समझकर।
उसका साथ पा कर भी अकेले रहे,
उसकी बातों में ही उलझे रहे,
और फिर भी वो किसी और के हुए।
प्यार था या साज़िश समझ नहीं आया,
वो हँसते रहे और हम तड़पते रहे।
विश्वास पर धोखा शायरी
विश्वास किया था हमने आंख बंद करके,
और उसने धोखा दिया मुस्कुराकर।
दिल को तसल्ली थी कि कोई अपना है,
पर धोखे ने बता दिया सब सपना है।
जिस पर भरोसा किया उसी ने तोड़ दिया,
दिल नहीं, जीने का हौसला तोड़ दिया।
विश्वास किया तो उम्मीद जगी,
पर धोखे ने सारी उम्मीदें बुझा दी,
अब किसी पर भी भरोसा नहीं होता।
सच्चाई पर रखा था रिश्ता,
झूठ ने उसे भी बर्बाद कर डाला।
भरे बाजार में उसने मेरा मज़ाक उड़ाया,
जिसे सबसे ज्यादा अपना समझा था।
ये विश्वास था या हमारी नासमझी,
जो खुद के ही हाथों दिल तोड़वा बैठे।
भरोसा था वो कभी नहीं बदलेंगे,
पर वक्त के साथ सब कुछ बदल गया।
धोखा शायरी दो लाइन
उसने हर पल वादे किए निभाने के,
और हर मोड़ पर धोखे दिए रुलाने के।
एक झूठ ने सब कुछ बदल दिया,
मोहब्बत को भी शक की नजरों में डाल दिया।
चाहा तुझे दिल से, ये गुनाह था शायद,
जो तूने हर बार सिर्फ धोखा ही दिया।
छोटी सी दुनिया थी, बस तुझमें ही सिमटी थी,
तूने ही धोखा दिया, और वो भी बड़ी सफाई से।
किसी ने पूछा इश्क़ में क्या मिला?
हमने कहा दर्द, धोखा और तन्हा मिला।
उसके धोखे ने सबक सिखा दिया,
अब दिल देना किसी पर आसान नहीं।
दो पल की मोहब्बत थी, या कोई साज़िश,
पता चला जब धोखा मिला खामोशी में।
धोखा वही देता है जिस पर ऐतबार होता है,
गैर तो कभी इतने करीब आते ही नहीं।
पीठ पीछे धोखा शायरी
दर्द तो तब होता है जब गैर नहीं,
अपने ही धोखा दे जाते हैं।
सामने कुछ और, पीछे कुछ और,
ऐसे लोग ही धोखा देते हैं जोर-जोर।
जिस पर ऐतबार किया उसी ने दर्द दिया,
और फिर कहा ये तो तेरी भूल थी।
जब भी देखा उन्हें, साथ अपने पाया,
पर पीठ पीछे उन्होंने ही जहर फैलाया।
हमने हर राज उनसे बांटे थे,
और वो पीठ पीछे ही वार करते थे।
उन्होंने तो हंसकर जहर दे दिया,
और हम अपनों को ही खुदा मानते रहे।
अपना समझा था जिनसे दिल की बातें की,
वही हमारी पीठ पीछे हमारी कहानी कह गए।
जो दोस्ती का दिखावा करते थे,
वही पीठ पीछे हमारे दुश्मन निकले।
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