नमस्कार दोस्तों! अगर आप अपने दिल की तन्हाई और दर्द को शब्दों में बयां करना चाहते हैं, तो यह Udasi Shayari in Hindi का कलेक्शन आपके लिए है। कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसे लम्हे आते हैं जब दिल भर जाता है, आँखें भीग जाती हैं और मुस्कान के पीछे छुपा दर्द बयां करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे पलों में यह उदासी शायरी आपके जज़्बातों की सही तस्वीर पेश करती है।
इस पोस्ट में आपको उदासी शायरी दो लाइन, उदास जिंदगी शायरी, और उदास चेहरा शायरी पढ़ने को मिलेंगी जो आपके दर्द को अल्फाज़ देती हैं। चाहे आप सोशल मीडिया पर अपने जज़्बात शेयर करना चाहते हों या बस दिल का बोझ हल्का करना हो, ये शायरियाँ आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं।
Udasi Shayari in Hindi
उदास लम्हे, तन्हा रातें,
ये भी अब मेरी आदतें बन गई हैं।
जिंदगी अब बस नाम की रह गई है,
खुशियां तो कहीं खो सी गई हैं।
ज़िंदगी के रंग फीके लगने लगे हैं,
जबसे तुम गए, हम अकेले लगने लगे हैं।
तन्हा रातें और दिल का वीरान कोना,
बस यादें हैं जो हर रोज़ रोना।
चुपचाप रहते हैं अब हम,
कहीं अल्फ़ाज़ भी दर्द ना बन जाएं।
हँसते चेहरों में भी दर्द छुपा होता है,
मेरी तरह हर कोई ज़िंदा नहीं होता है।
हर बार टूट कर संभलता हूं,
फिर उसी मोड़ पर उदासी मिलती है,
जहां कभी खुशी थी।
मैं मुस्कुराता हूं, पर दिल रोता है,
ज़िंदगी कुछ इस तरह से काटता हूं,
जैसे हर दिन एक सज़ा हो।
उदासी शायरी दो लाइन
आँखों में जो नमी है, वो कहानी कहती है,
हर मुस्कान के पीछे उदासी बहती है।
ना शिकवा है, ना शिकायत अब किसी से,
बस खुद से ही नाराज़ रहने लगे हैं।
कुछ लोगों की जिंदगी में खुशियां लिखी ही नही होती,
शायद मैं भी उनमें से एक हूं।
उदासी चेहरे पर साफ़ दिखती है,
अब मुस्कुराना भी झूठ लगने लगा है।
खामोशी ही अब सबसे गहरा रिश्ता है,
उदासी ने हर एहसास छीन लिया है।
उदासी की चादर ओढ़े बैठा हूं,
जैसे कोई सपना अधूरा रह गया हो,
और ज़िंदगी थम सी गई हो।
कभी खुश हुआ करते थे बेवजह,
अब बेवजह ही उदास रहते हैं।
तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है,
उदासी हर घड़ी मेरा नाम लेती है,
और तन्हाई गले लगाती है।
उदास जिंदगी शायरी
जो भी मिले खिलाड़ी ही निकले,
कोई दिल से खेल गया तो कोई जिंदगी से।
हँसी की आड़ में छुपी है उदासी,
कोई समझे तो जान जाए ज़िंदगी कैसी है।
हर शाम उदासी ले आती है तन्हाई,
फिर दिल में उठती है तेरी परछाई,
और आंखें भर आती हैं बिन कहे।
हर हँसी अब बोझ लगती है,
उदासी की चादर ओढ़ ली है मैंने।
जो खो गया, वो अब लौटकर नहीं आएगा,
पर उसके जाने की उदासी,
हर रोज़ कुछ नया छीन लेती है।
चेहरा हँसता है, पर आंखें उदास हैं,
ज़िंदगी के किस्से कुछ खास हैं।
कुछ ज़ख्म ऐसे होते हैं जो दिखते नहीं,
बस मुस्कान के पीछे छुपा लिए जाते हैं।
दिल की हालत कोई नहीं समझता,
सब मुस्कान का मतलब जान लेते हैं,
पर आंसुओं के पीछे की कहानी नहीं।
उदास चेहरा शायरी
लोग कहते हैं, बहुत बदला-बदला लगता हूं,
क्या बताऊं उन्हें कि अब चेहरा भी उदासी ओढ़े बैठा है।
कभी चुपचाप रो लेना भी ज़रूरी होता है,
हर दर्द को लफ़्ज़ों में कह पाना आसान नहीं होता।
कितनी गहराई है इस ख़ामोशी में,
ना आवाज़ है, ना कोई सिसकी,
बस दिल है जो रोज़ रोता है।
ना जाने क्यों अब लोग अपने नहीं लगते,
हर चेहरा अधूरा सा लगता है,
शायद ये उदासी ही मेरा घर बन गई है।
दर्द की भी अब आदत सी हो गई है,
हँसी की ख्वाहिश कहीं खो गई है।
खुश रहना सीखा तो था,
मगर तेरी यादों ने उदासी सिखा दी।
चेहरे की मुस्कान को सब समझ लेते हैं,
पर उसके पीछे की खामोशी,
सिर्फ दिल ही महसूस कर पाता है।
दिल में कोई ख्वाब नहीं बचा,
अब बस उदासी का साया है,
और तन्हा रातों का सिलसिला।
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