नमस्कार दोस्तों! अगर आपका दिल टूट चुका है और अब प्यार की जगह नफ़रत ने ले ली है, तो आपके जज़्बातों को बयां करने के लिए हम लाए हैं, Nafrat Shayari in Hindi का परफेक्ट कलेक्शन। यहाँ आपको धोखे, बेवफाई और टूटे दिल की हर उस फीलिंग के लिए शायरी मिलेगी, जिसे आप शब्दों में बयां करना चाहते हैं।
हमारे इस पोस्ट में आपको अलग-अलग तरह की नफ़रत शायरी हिंदी में मिलेगी जैसे, बेवफा शायरी, दर्द भरी नफरत शायरी, जिंदगी से नफरत शायरी, और प्यार से नफरत शायरी। चाहे आप व्हाट्सएप स्टेटस लगाना चाहें या इंस्टाग्राम कैप्शन, ये शायरियाँ आपके मूड को पूरी तरह बयां करेंगी।
Nafrat Shayari in Hindi
जिस चेहरे पर कभी जान लुटाई थी,
आज उसी से नफरत है बेहिसाब।
अब मोहब्बत भी नफरत जैसी लगती है,
जब से तूने धोखा दिया है।
पहले तुमसे प्यार था बेइंतिहा,
अब नफरत है बेशुमार, फर्क बस एहसासों का है।
जिसे चाहा उसी ने दिल तोड़ दिया,
अब किसी से मोहब्बत करने का हौसला नहीं।
नफरत है अब तुझसे इस कदर,
नाम भी सुनूं तो गुस्सा आ जाए।
जिस दिल में कभी तेरी मोहब्बत बसी थी,
आज उसी दिल में तेरे लिए नफरत पलती है,
क्या खूब इनाम दिया तूने वफ़ा का।
जो कभी दिल के करीब था,
आज उसकी याद भी जहर सी लगती है।
वफ़ा की उम्मीद की थी जिससे,
वही सबसे पहले बेवफा निकला।
बेवफा नफरत शायरी
तेरी बेवफाई ने सिखा दिया,
अब मोहब्बत भी सोच-समझ कर करते हैं।
दिल तोड़ने वालों को माफ़ करना भी गुनाह लगता है,
क्योंकि जख्म अब तक ताजा है।
दिल तोड़कर तू खुश हो गया,
हमें दर्द देकर तू बेफिक्र हो गया,
अब तेरे नाम से ही नफरत हो गई है।
नफरत भी अब तो मोहब्बत से बेहतर लगती है,
कम से कम दिल तो नहीं तोड़ती,
और आंसुओं का मज़ाक नहीं उड़ाती।
बेवफाओं की इस दुनिया में,
अब किसी पर भरोसा नहीं रहा।
दिल में जो कभी था ताजमहल जैसा,
अब खंडहर बन गया है,
और नफरत ने वहां डेरा जमा लिया है।
दिल टूटा है मगर सबक दे गया,
अब बेवफाओं को दिल देना छोड़ दिया।
बेवफा निकली वो जिसे जान से ज्यादा चाहा,
अब नफरत ही उसकी सबसे बड़ी सजा है।
Nafrat Shayari 2 Line
अब नफरत से भी डर नहीं लगता,
क्योंकि प्यार ने ही सबसे ज्यादा रुलाया है।
नफरत है उस पल से जब तुझसे मिला,
मोहब्बत की जगह ज़हर ही मिला।
कभी प्यार किया था तुझसे बेइंतहा,
अब नफरत भी वही शिद्दत से है।
दिल में बसाया जिसे खुदा समझ कर,
उसी ने दिल को तोड़ दिया पत्थर समझ कर।
जो कल तक अपना कहा करते थे,
आज उनकी बातें भी पराई लगती हैं।
जब अपने ही पराए बन जाएं,
तो जिंदगी से मोहब्बत नहीं रहती।
प्यार में इतना टूटे हैं, कि अब नफरत भी रास आती है,
और तनहाई अपना घर बन गई है।
तेरी मोहब्बत ने जला दिया,
अब सिर्फ नफरत ही बाकी है।
Pyar Se Nafrat Shayari
तुझसे प्यार करके बहुत पछताया हूँ,
अब हर रिश्ते से डरता हूँ।
नफरत का भी एक दौर होता है,
जब प्यार की हदें पार हो जाती हैं,
और दिल टूट जाता है।
प्यार में तुझसे जो चाहा तूने वो कभी समझा ही नहीं,
और आज मैं तुझसे नफरत करता हूँ।
प्यार ने जो आग लगाई,
वो आज भी दिल में जल रही है।
मोहब्बत ने जो ज़ख्म दिए,
उन्हें नफरत ही भर पाई है,
अब इश्क़ से डर लगता है।
प्यार किया था इसलिए अब नफरत है,
वरना तू तो किसी लायक भी नहीं।
अब जिंदगी से कोई शिकायत नहीं,
क्योंकि उम्मीदें ही खत्म हो गई हैं।
हर दिन जैसे सजा बन गया है,
अब जिंदगी से नफरत सी हो गई है।
जिंदगी से नफरत शायरी
हर दिन एक सज़ा है, और रातें सिसकियों का दरिया,
अब तो जिंदगी से भी नफरत सी होने लगी है।
पहले तुझे देखकर मुस्कुराते थे,
अब देखकर रास्ता बदल लेते हैं,
ये इश्क़ नहीं नफरत है अब।
मुस्कुराते हैं मगर जीते नहीं हैं,
क्योंकि दिल अब टूटा हुआ है।
जिंदगी ने जो दिया वो दर्द था,
जो छीना वो सुकून, अब तो खुद से भी नफरत सी है।
प्यार था तो सब कुबूल था,
अब नफरत है तो तेरा नाम भी बोझ लगता है।
हर लम्हा बोझ सा लगता है,
कोई खुशी पास नहीं आती,
अब जिंदगी से मोहब्बत नहीं रही।
मोहब्बत ने इतना गिरा दिया,
कि अब खुद से नफरत हो गई,
और तुझसे कभी की थी वो भूल लगती है।
टूटते ख्वाब और बिखरे रिश्ते,
यही तोहफा मिला है जिंदगी से,
अब इसका मतलब समझ नहीं आता।
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